जुलाई 2025 के अंतिम सप्ताह में, ऑस्ट्रेलिया ने ग्रेनाडा के नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित दूसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज को 133 रन से हराकर श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। यह जीत न सिर्फ श्रृंखला का निर्णय कर रही थी, बल्कि फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी को बरकरार रखने का भी महत्वपूर्ण कदम था — जिसे ऑस्ट्रेलिया ने पिछली श्रृंखला में जीता था और अब दोबारा अपने नाम किया। यह मैच जुलाई 3 से 6 तक खेला गया, और चौथे दिन ही समाप्त हो गया — एक ऐसा नतीजा जिसे वेस्टइंडीज के लिए एक ऐतिहासिक शर्म के रूप में याद किया जाएगा।
एक अजेय श्रृंखला की शुरुआत
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। 286 रन बनाकर उन्होंने वेस्टइंडीज को 253 पर आउट कर दिया — 33 रनों का लीड। फिर दूसरी पारी में 121 रनों के साथ उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए 155 रनों का लक्ष्य तय किया। और फिर आया वो पल… जब वेस्टइंडीज का बल्लेबाजी क्रम बस 27 रन पर ढह गया। यह वेस्टइंडीज के टेस्ट इतिहास में दूसरा सबसे कम स्कोर है। पिछली बार ऐसा 1955 में हुआ था, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 42 रन पर बल्लेबाजी समाप्त की थी। अब यह 27 रन का नंबर शायद अगले कई सालों तक बहस का विषय बना रहेगा।
जोश हेजलवुड और एलेक्स कैरी: जीत के नायक
ऑस्ट्रेलिया के लिए जोश हेजलवुड ने दूसरी पारी में 5 विकेट केवल 35 रनों में लिए — एक ऐसा प्रदर्शन जिसने वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को बिल्कुल बेकाबू कर दिया। लेकिन खिलाड़ी ऑफ द मैच का खिताब एलेक्स कैरी को मिला। उन्होंने बल्ले से 47 और 16 रन बनाए, और विकेटकीपिंग में 7 कैच लिए। यह एक ऐसा प्रदर्शन था जिसने टीम को बचाया, न कि सिर्फ बचाया — बल्कि जीत का निर्णय भी लिया।
वेस्टइंडीज के लिए शमार जोसेफ ने पहली पारी में 5 विकेट लिए, और ब्रैंडन किंग ने 75 रनों का अकेला बल्लेबाजी प्रदर्शन दिया। लेकिन जब बाकी बल्लेबाज बार-बार आउट होते गए, तो यह एकल उपलब्धि असफलता में बदल गई।
कप्तान क्रेग ब्राथवेट का निराशाजनक प्रदर्शन
वेस्टइंडीज के कप्तान क्रेग ब्राथवेट ने इस श्रृंखला में अब तक केवल 4, 4, 0 और 7 रन बनाए हैं। उनकी बल्लेबाजी में कोई गहराई नहीं, कोई टिकाऊपन नहीं। वेस्टइंडीज के कोच डैरेन सैमी ने स्पष्ट रूप से कहा: "वह अच्छा नहीं दिख रहे हैं। जमैका में उनकी जगह पर बात होगी।" यह बयान एक स्पष्ट चेतावनी है — अगर ब्राथवेट अगले मैच में भी असफल रहे, तो उनकी कप्तानी के बारे में सवाल उठ सकते हैं।
इसी तरह, ऑस्ट्रेलिया के ओपनर सैम कॉन्स्टास ने ग्रेनाडा में 25 और 0 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने कहा: "अभी उन पर फैसला लेना जल्दी है।" लेकिन यहां अंतर है — कॉन्स्टास की बल्लेबाजी में थोड़ा टिकाऊपन था, जबकि ब्राथवेट की बल्लेबाजी में तो बिल्कुल भी नहीं।
टेस्ट चैंपियनशिप और भविष्य की राह
यह श्रृंखला आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 का हिस्सा है। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह जीत उनकी टेस्ट टीम के लिए एक बड़ा बूस्ट है। उनकी बल्लेबाजी में अभी भी कमियां हैं — जैसे बाकी ओपनर्स का अस्थिर प्रदर्शन, या नंबर 5 और 6 का बल्लेबाजी निर्माण — लेकिन अब वे दबाव के बिना इन मुद्दों पर काम कर सकते हैं।
तीसरा और अंतिम टेस्ट 13 जुलाई, 2025 को जमैका में खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह मैच बस एक और जीत होगा। लेकिन वेस्टइंडीज के लिए यह अपने इतिहास को बचाने का अंतिम मौका है। अगर वे इस मैच में भी हार गए, तो यह उनकी टेस्ट इतिहास में सबसे बुरी श्रृंखला होगी — तीनों मैचों में शुद्ध शिकस्त।
क्या बात है इस बर्बर गिरावट की?
वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में 27 रन पर आउट होने के पीछे केवल ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी का ही श्रेय नहीं है। यह एक ऐसा आंतरिक विघटन है जिसकी जड़ें लंबे समय से छिपी हैं। उनकी बल्लेबाजी लाइनअप में कोई नेतृत्व नहीं, कोई निर्णय लेने की जिम्मेदारी नहीं। ब्राथवेट के बाद कोई भी बल्लेबाज जब निश्चित नहीं होता, तो टीम बस गिरती जाती है।
क्रिकेट विश्लेषकों का कहना है कि वेस्टइंडीज की टीम एक "संक्रमण काल" से गुजर रही है — अनुभवी खिलाड़ी निकल चुके हैं, नए खिलाड़ी अभी तक बड़े मैचों में अपनी जगह नहीं बना पाए हैं। जब आपके पास 10 बल्लेबाज हैं जिनमें से 8 अपने अंदर का आत्मविश्वास खो चुके हैं, तो 27 रन बनाना भी एक चुनौती बन जाता है।
भविष्य के लिए क्या उम्मीद है?
ऑस्ट्रेलिया अब तीन टेस्ट में से दो जीत चुकी है। उनके लिए अगला लक्ष्य श्रृंखला में 3-0 से जीत हासिल करना है। वह एक ऐसी श्रृंखला होगी जिसे उन्होंने पिछली बार 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ जीती थी। लेकिन इस बार उनकी टीम का रास्ता थोड़ा अलग है — वे अब बल्लेबाजी की कमजोरियों को सुधारने का मौका पा रही हैं।
वेस्टइंडीज के लिए तो अगले दिनों में बहुत कुछ बदलने की जरूरत है। क्या वे ब्राथवेट को हटाएंगे? क्या वे अपनी टीम में नए नेता लाएंगे? क्या उनकी बल्लेबाजी की रणनीति बदलेगी? ये सवाल जमैका के मैच से पहले ही उठ चुके हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
वेस्टइंडीज के लिए 27 रन का स्कोर कितना गंभीर है?
वेस्टइंडीज के टेस्ट इतिहास में केवल एक बार इतना कम स्कोर बनाया गया है — 1955 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 42 रन पर। 27 रन उनके इतिहास का दूसरा सबसे खराब स्कोर है। इससे पहले इतना कम स्कोर 1955 के बाद कभी नहीं बना। यह एक ऐसा अपमानजनक प्रदर्शन है जो टीम की आत्मविश्वास को गहराई से चोट पहुंचाता है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी का क्या महत्व है?
फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट श्रृंखला के लिए एक सम्मानजनक पुरस्कार है, जिसे 1960 में स्थापित किया गया था। ऑस्ट्रेलिया ने 2023 के बाद से इसे अपने पास रखा है। इसे बरकरार रखना केवल एक जीत नहीं, बल्कि दोनों टीमों के बीच राजनीतिक और सांस्कृतिक रिश्ते को भी दर्शाता है।
क्या क्रेग ब्राथवेट को कप्तानी से हटा दिया जाएगा?
कोच डैरेन सैमी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जमैका के मैच से पहले ब्राथवेट की जगह पर बात होगी। अगर वे अगले मैच में भी 10 रन से कम बनाते हैं, तो उन्हें बाहर कर देना लगभग निश्चित है। विकेटकीपर-बल्लेबाज डीएस होप या ओपनर जस्टिन ग्रीव्स इस पद के उम्मीदवार हो सकते हैं।
जमैका में तीसरा टेस्ट क्यों महत्वपूर्ण है?
ऑस्ट्रेलिया के लिए यह बस एक जीत है, लेकिन वेस्टइंडीज के लिए यह अपने इतिहास को बचाने का अंतिम मौका है। अगर वे हार गए, तो यह उनकी टेस्ट श्रृंखला में सबसे बुरी हार होगी — तीन मैचों में शुद्ध शिकस्त। यह उनकी बल्लेबाजी की कमजोरी को दर्शाता है, जिसे वे अगले कई सालों तक भूल नहीं पाएंगे।