
मध्य्प्रदेश का सियासी ड्रामा ज़ोर पर है और इस बीच आज बीजेपी में ज्योदिरादित्य सिंधिया शामिल हो सकते हैं.ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रधानमंत्री मोदी से मिलने पहुंच चुके हैं.कांग्रेस के 20 विधायक इस्तीफे के लिए तैयार हैं.
बता दें कि सिंधिया खेमे के कुछ मंत्री पहले ही बेंगलुरु जा चुके हैं. कुल 17 विधायक बेंगलुरु गए हैं जिससे कमलनाथ सरकार का संकट बढ़ गया है. वहीं कमलनाथ ने कहा है कि माफ़िया की मदद से सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं हम उनकी कोशिश सफल नहीं होने देंगे.
आंकड़ों का गेम देखें तो गेंद भारतीय जनता पार्टी के पाले में जाती दिख रही है. अभी मध्य प्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं, जिसमें से दो विधायकों के निधन होने की वजह से दो सीटें रिक्त हैं. ऐसे में फिलहाल सदस्यों की कुल संख्या 228 है. ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 115 हुआ. अभी कांग्रेस के पास 114, भाजपा के पास 107, सपा के पास 1, बसपा के पास 2 और निर्दलीय चार विधायक हैं. सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों का कांग्रेस को समर्थन है.
अगर बेंगलुरु गए 17 विधायक इस्तीफा दे देते हैं तो विधानसभा के सदस्यों की संख्या 211 रह जाती है. ऐसे में बहुमत का आंकड़ा होगा 106. कांग्रेस के पास केवल 97 विधायक रह जाएंगे और भाजपा के साथ 107 विधायक होंगे. अगर सपा, बसपा और निर्दलीय विधायक भी कांग्रेस को समर्थन देते हैं तो वह बहुमत का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी. इन सबके समर्थन के साथ कांग्रेस के पास 104 विधायक होंगे. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि इस तरह सत्ता भाजपा के हाथों में जा सकती है.