कनाडा में पहली बार लाउडस्पीकर पर दी गई अज़ान

पूरी दुन्या अब इस्लाम और मुसलमान को लेकर अपने व्यवहार को बदलने और अपनी सोच को ठीक करने की कोशिश कर रही है.कोरोना काल में हम देखें तो कुछ लोगों को छोड़ कर मुस्लमान और इस्लाम के खिलाफ नफरत में कमी आ रही है और लोग इस्लाम को और पैगम्बर मोहम्मद की बातों को समझने और जानने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं.खैर यहाँ जो खबर देनी है वो यह कि

कनाडा की मस्जिदों में पहली बार रमजान के महीने के दौरान लाउडस्पीकर पर कुछ वक़्त की अज़ान देने की छूट दी गई है और यह दुनिया भर के मुसलमानों के लिए अच्छी खबर है.

टोरंटो, एडमॉन्टन, ओटावा और हैमिल्टन जैसे शहरों की वो नगर पालिकाएं जो रमजान के महीने की शुरुआत से मुस्लिम समुदाय की मांगों की निगरानी कर रही हैं, ने ज़ुहर असर और मगरिब अज़ान को पूरे रमज़ान में लाउडस्पीकर पर देने की अनुमति दी है.

“यह कनाडा के मुस्लिम समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है,” हैमिल्टन की माउंटेन मस्जिद के इमाम सईद तोरा ने शुक्रवार को अज़ान के बाद सीमित संख्या में लोगों के साथ जुमा की नमाज़ पढ़ी। अज़ान दरअसल इंसानों को अल्लाह की इबादत की तरफ बुलाने के लिए दी जाती है। हम रमजान के महीने में इस प्रक्रिया को जारी रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.

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